मेरे साथ घटित सच्ची घटना
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सोनिया गांधी ने क्यों मना किया था वन्दना के लिए ?
मान्यवर,
आठ सितंबर,2010, अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का आयोजन विज्ञान भवन में हुआ था। राष्ट्रपति मुख्य अतिथि थीं।
हमने गन्धर्व महाविद्यालय की बालिकाओं को स्वस्ति वाचन के लिए बुलाया था, जो स्टेज के साथ वाले कमरे में वीणा लेकर अपनी प्रस्तुति देने के लिए बैठी थीं।
कार्यक्रम शुरु होने से मात्र एक घंटा पहले मुझे महानिदेशक ने बताया कि हाईकमान से आदेश आया है कि इस कार्यक्रम में स्वस्ति वाचन नहीं होगा।
मैंने उनसे कहा कि हम उनकी इच्छानुसार सरस्वती वंदना नहीं कर रहे, मात्र स्वस्ति वाचन होगा। इसके लिए गन्धर्व महाविद्यालय की बालिकाएं कबसे आकर बैठी हैं,
और हम उन्हें इसके लिए धनराशि भी दे चुके हैं।
महानिदेशक ने कहा कि वह विवश हैं क्योंकि यह सोनिया गांधी का आदेश है।
मेरे मन को इस घटना से बहुत ठेस पहुंची।
ज़्यादा दुःख तो मुझे इस बात से हुआ कि जो औरत हमारी हिन्दू संस्कृति को तबाह कर देना चाहती है, उसी की बेटी प्रियंका वाड्रा को
विभिन्न मीडिया चैनल देर तक अपने चैनलों पर नवरात्र की पूजा करते दिखाते रहे।
कितना ढोंग करते हैं ये लोग और मीडिया चैनल उन्हें कवरेज देते हैं।
सादर,
कुसुम वीर
पूर्व निदेशक,
प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय,
मानव संसाधन विकास मंत्रालय,
भारत सरकार
मोबाइल - 9899571158
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