🇮🇳 प्रधानमंत्री के बगल में पुणे निवासी योगेश सिद्धार्थ और उनकी पत्नी सुमिता सिद्धार्थ बैठे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों को बधाई देने के लिए अपने घर बुलाया है। उन्होंने ऐसा क्या किया है कि प्रधानमंत्री उन्हें बधाई देने के लिए अपने घर बुला रहे हैं? *योगेश सिद्धार्थ भारतीय वायु सेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी हैं।* सियाचिन ग्लेशियर में हमारे सैनिक समय-समय पर ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे थे। इसका समाधान ढूँढ़ने के लिए, योगेश सिद्धार्थ ने अपनी सारी जमा-पूंजी और घर के सारे गहने बेचकर दुनिया के सबसे ऊँचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए कुल ₹1.25 करोड़ जुटाए। परिणामस्वरूप, वहाँ ऑक्सीजन की कमी दूर हो गई है और अब हमारे 20,000 सैनिकों को उनकी ज़रूरत के अनुसार ऑक्सीजन मिल रही है। समस्याओं पर बात करने वाले बहुत होते हैं। समस्याओं का समाधान करने वाले कम होते हैं। योगेश सिद्धार्थ और उनकी पत्नी सुमिता सिद्धार्थ, जो एक दुर्लभ कार्य करने के बाद भी चुप रहे, काबिले तारीफ़ हैं। 🇮🇳Jai Hind🙏
Courtesy : C T JOSHI
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