भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ
Bharatlya Pratiraksha Mazdoor Sangh
(AN ALL INDIA FEDERATION OF DEFENCE WORKERS)
(AN INDUSTRIAL UNIT OF B.M.S.)
(RECOGNISED BY MINISTRY OF DEFENCE, GOVT. OF INDIA)
संदर्भ- बी०पी०एम०एस० /परिपत्र/12 /2015
दिनाक- 29-08.2015
2 सितम्बर 2015 की हडताल स्थगित करने का निर्णय
- श्रम कानूनो मे बदलाव के लिए त्रिपक्षीय बोर्ड बनाने पर सहमति बनी।
- न्यूनतम वेतन 15000/- रू. करने पर सरकार ने आश्वासन दिया कि एक समिति बनाकर शीघ्र निर्णय लिया जायेगा।
- समाजिक सुरक्षा के मुददे पर जॉब सिक्योरिटी, सोशल सिक्योरिटी तथा वेज सिक्योरिटी की गारंटी होगी।
- न्यूनतम वेतन, र्ह०एस०आर्ह० और ई०पी०एफ० के अन्तर्गत आंगनबाडी तथा ठेका श्रमिकों को भी लाया जायेगा ।
- बोनस की सीलिंग सीमा बढाने मे भी सहमति हुई।
- यूनियन के अधिकार के सम्बन्ध में चर्चा हुई ट्रेड यूनियन बनाने का अधिकार सुरक्षित रहेगा।
- श्रम कानूनो को लागू करने मे त्रिपक्षीय वार्ता के बाद ही निर्णय लिया जायेगा।
- रोजगार सृजन के सम्बन्ध मे तय हुआ कि मेक इन इंडिया कार्यकम एवं कौशल विकास की ओर सरकार विशेष ध्यान दे रही है । केन्दिय सरकारी कार्यालयो मे भर्ती पर से प्रतिबन्ध समाप्त कर दिया गया है। आवश्यकतानुसार नये पद सृजित करने का अधिकार सम्बन्धित विभागों को दे दिया गया है। इस प्रकार सभी मुख्य मुद़दों पर सकारात्मक चर्चा होने के उपरान्त मंत्री समूह ने अनुरोध किया कि सरकार को कुछ समय दिया जाए।
इसलिए भारतीय मजदूर सध ने निर्णय लिया कि 2 सितम्बर 2015 की हडताल को फिलहाल स्थगित किया जाए और सरकार को उचित समय दिया जाए । परन्तु कुछ अन्य सगठनों ने अपनी राजनैतिक प्रतिबद्धता को देखते हुए हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है । भारतीय मजदूर सघ ने सभी श्रम सगठनों से अनुरोध किया है कि हम अपनी एकता को बनाये रखने के लिए कार्य करें। यदि सरकार का पक्ष सकारात्मक है तो हमें भी सहयोग करना चाहिए।
पूर्ववर्ती सरकार के समय भी हडताल का निश्चय हुआ था । हडताल वापस ली गयी जबकि सरकार का सकारात्मक रवैया भी नही था । सरकार ने समय मांगा था, समय दिया गया । फिर आज सरकार हमारे साथ सकारात्मक वार्ता कर रही है । कई मुद़दों पर सहमति भी बनी है तो सरकार को समय क्यों न दिया जाए।
आपका ही
(साधू सिंह)
संगठन मंत्री
Source: http://bpms.org.in/documents/strike-hindi-5-5p2n.pdf